उत्तराखंड

केदारनाथ मार्ग पर पर्यटन सचिव ने सुविधाओं का लिया जायजा

रुद्रप्रयाग। पर्यटन, सूचना एवं लोक सम्पर्क, संस्कृति, धर्मस्व विभाग के सचिव दिलीप जावलकर ने पैदल चलकर गौरीकुण्ड से केदारनाथ धाम तक निर्माणाधीन पैदल रास्ते, पुलों एवं गौरीकुण्ड में निर्मित तप्त कुण्ड आदि कार्यो का निरीक्षण कर अधिकारियों को आवश्यक दिशा निर्देश दिए। उन्होंने केदारनाथ प्रसाद योजना, या़त्रा व्यवस्थाओ, निर्माण कार्यो के संबंध में जीएमवीएन, बीकेटीसी व स्थानीय व्यापारियों, पुरोहितों के साथ बैठक भी की।

सचिव पर्यटन जावलकर ने केदारनाथ धाम में पुनर्निर्माण कार्य कर रही संस्थाओं को समय से कार्य करने के निर्देश दिए हैं। उन्होंने कहा कि आगामी माह से यात्रियों की संख्या में तेजी आएगी। यात्रियों को जितनी सुविधायें प्राप्त हो सके और मुहैया कराने का प्रयास किया जाय। यात्रियों को अधिक सुविधायें देने से यात्रा बढे़गी और उत्तराखण्ड की अर्थव्यवस्था को और अधिक मजबूती मिलेगी।

गौरीकुण्ड से केदारनाथ धाम तक पैदल मार्ग का निरीक्षण करते हुए पैदल मार्ग में चल रहे कार्यों, रेनशेल्टर, निर्माणाधीन रास्ते व पुल का जायजा लिया। इस संबंध में सचिव ने डीडीएमए को पैदल मार्ग को दुरूस्त करने के साथ ही मार्ग में आ रहे पानी की निकासी की समुचित व्यवस्था करने, मंदिर के नीचे बन रहे पचास फीट चौडे़ रास्ते, मंदिर परिसर में बिछाये जा रहे पत्थरों, मंदाकिनी नदी के नीचे बन रही सुरक्षा दीवार तथा सरस्वती नदी पर किए जा रहे कार्यो के संबध में समस्त निर्माणदायी संस्थाओं को कार्य में तेजी लाने को कहा।

अगस्त्यमुनि में निर्माणाधीन पार्किग के निरीक्षण के दौरान पाया गया कि पार्किंग की छत से पानी टपक रहा है और पार्किंग के ऊपर जो दुकाने निर्मित की गई हैं उनमें लेंटर की गुणवत्ता की कमी के कारण छत से सीमेंट झड़ रहा है। उन्होंने कार्यदायी संस्था को फटकार लगाते हुए कमियों को दूर कर जल्द कार्य पूर्ण करने के निर्देश दिए। सीतापुर पार्किंग के निरीक्षण के दौरान पार्किंग के सर्फेस को जल्द मानकों के अनुरूप ठीक करने, पार्किग में गाडी खडे होने के स्थल को ठीक कर समस्त कार्य पूर्ण करने के निर्देश दिए। सोनप्रयाग में बनाए जाने वाले हैलीपेड का पुनः सर्वे उड्डयन विभाग से कराने के साथ ही लिखित रूप में पूर्ण ब्यौरा लेने को कहा। जिलाधिकारी मंगेश घिल्ड़ियाल ने समस्त कार्यदायी संस्थाओं को सचिव के निर्देश पर कार्य करने को कहा।

इस अवसर पर अधीक्षण अभियंता लोनिवि मुकेश परमार, एसडीएम ऊखीमठ गोपाल सिंह चौहान, जिला पर्यटन अधिकारी पीके गौतम, साहसिक खेल अधिकारी सुशील नौटियाल, डीडीएमओ हरीश चन्द्र सहित निम, सिंचाई विभाग के अन्य अधिकारी उपस्थित थे।

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