उत्तराखंड

महिला पंचायत प्रतिनिधियों का तीन दिवसीय अभिनव प्रशिक्षण कार्यक्रम : पंचायतें विकास की मुख्य धुरी – सेमवाल

देहरादून। पंचायतीराज विभाग के तत्वावधान में प्रदेश के 300 महिला पंचायत प्रतिनिधियों एवं कार्मिकों के लिए तीन दिवसीय (22 से 24 मई 2018) अभिनव प्रशिक्षण कार्यक्रम का शुभारंभ देहरादून में मंगलवार को किया गया। निदेशक पंचायतीराज एचसी सेमवाल ने इस अवसर पर कहा कि पंचायतें विकास की मुख्य धुरी हैं। पंचायतों को सशक्त बनाकर कर देश को और अधिक मजबूती प्रदान की जा सकती है।

निदेशक एचसी सेमवाल ने बताया कि पंचायतीराज विभाग की ओर से आईआरडीटी ओडिटोरियम सर्वे चौक देहरादून में प्रदेश के 300 पंचायत प्रतिनिधियों एवं कार्मिकों के लिए तीन दिवसीय अभिनव प्रशिक्षण का आयोजन किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि प्रशिक्षण का मुख्य उद्देश्य ग्राम पंचायत से सम्बन्धित विषयों को एक मंच पर साझा करना, ग्राम पंचायतों के लिए ठोस अपशिष्ट प्रबन्धन नीति 2017 पर जानकारी बढ़ाना और प्रशिक्षण के साथ-साथ ग्राम पंचायतों द्वारा किये विकास कार्यो का स्थलीय अवलोकन कर जानकारी बढ़ाना है।

संयुक्त निदेशक डीपी देवराड़ी ने कहा कि तीन दिवसीय अभिनव प्रशिक्षण के पहले दिन ग्राम पंचायतों के लिए उत्तराखण्ड ठोस अपशिष्ट प्रबन्धन नीति 2017, महिला सशक्तिकरण, बेटी बचाओ, बेटी पढ़ाओ विषयों पर जानकारी दी जायेगी। दूसरे दिन प्रतिभागियों के तीन समूह बनाकर ठोस अपशिष्ट प्रबन्धन इकाई भोगपुर, स्वंय सहायता समूहों द्वारा संचालित बालपोषाहार इकाई सहसपुर एवं ग्राम पंचायत डाकपत्थर द्वारा किये गये कार्यो का अवलोकन किया जायेगा। प्रशिक्षण के अंतिम दिन शैक्षणिक भ्रमण का प्रस्तुतीकरण किया जायेगा।

डॉ. रेनिया ने महिला स्वास्थ्य एवं मनोचिकित्सा के विभिन्न आयमों में प्रकाश डालते हुए बताया गया कि मानव के जीवन में दैनिक कार्यशैली का बड़ा प्रभाव पड़ता है। इसके लिए सकारात्मक सोच जीवन में नई दिशा देती है।

महिला बालविकास की नोडल अधिकारी, आरती बलोदी, जिला विधिक सेवा प्रधिकरण की विशेषज्ञ लता राणा एवं महिला उद्यमिता विषय विशेषज्ञ पूजा त्रिवेदी ने भी प्रशिक्षण के दौरान विभिन्न विषयों पर जानकारी दी।

वित नियंत्रक प्रतिमा पैन्यूली एवं सहायक निदेशक मनोज कुमार तिवारी ने बताया कि अभिनव प्रशिक्षण के अंतिम दिन उत्तराखण्ड महिला स्वास्थ्य एवं स्वच्छता ठोस अपशिष्ट प्रबन्धन नीति 2017, जीएसटी, पर जानकारी के साथ ही ग्राम पंचायत प्रतिनिधियों के अनुभवों का अदान-प्रदान किया जायेगा।

प्रशिक्षण में प्रदेश के प्रत्येक विकास खण्ड से एक महिला प्रधान, एक-एक आशा एवं आंगनवाड़ी कार्यकर्ती प्रतिभाग कर रहे हैं।
इस अवसर पर जिला पंचायतराज अधिकारी देहरादून एम जफरखान, एडीपीआरओ सीपी सुयाल, सतपाल राणा, श्रुती काला, अन्तरा सुयाल, प्रद्युमन आदि उपस्थित थे। कार्यक्रम का संचालन प्रकाश रतूड़ी ने किया।

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