उत्तराखंड

उत्तरकाशी में खानापूर्ति साबित हो रहे जनकल्याण शिविर – ग्रामीणों में गुस्सा

कुलदीप शाह/उत्तरकाशी। सूबे की सरकार जहां एक ओर जनकल्याणकारी योजनाओं का लाभ प्रदेश के हर जरूरतमंद तक पहुंचाना चाहती है वहीं जिम्मेदार विभाग इस दिशा में पूरी तरह से लापरवाह नजर आ रहे हैं। उत्तरकाशी जिले में जिलाधिकारी के निर्देशों के बावजूद समाज कल्याण विभाग की ओर से संचालित जनकल्याण की विभिन्न योजनाओं के शिविर महज खानापूर्ति साबित हो रहे हैं।

उत्तरकाशी जिले में सरकार की जनकल्याणकारी योजनाओं का लाभ जिले विकासखंडों के जरूरतमंद लोगों तक पहुंचाने के लिए जिलाधिकारी डाॅ आशीष चौहान ने निर्देश जारी किए हुए हैं। निर्देशों के तहत 19 फरवरी से 02 मार्च, 2019 तक जिले के विभिन्न विकासखंडों में नियत तिथि के अनुसार विभागों को शिविर लगाकर जनकल्याणकारी योजनाओं के लाभार्थियों को जागरूक करना है, लेकिन विभागों की लापरवाही के चलते ये शिविर केवल खानापूर्ति तक सिमटते नजर आ रहे हैं।

सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार 20 फरवरी बुधवार को विकासखंड डुण्डा के राजकीय इंटर काॅलेज गढ़ बरसाली में आयोजित किए गए जनकल्याण शिविर में जिम्मेदार विभागों की घोर लापरवाही से स्थानीय लोगों में आक्रोश है। ग्रामीणों ने अरोप लगाया है कि शिविर में विभागों के लेटलतीफ अफसर और कर्मचारी आए और चलते बने। शिविर में दूरदराज के क्षेत्रों से पहुंचे ग्रामीणों का कहना है कि वे आयुष्मान कार्ड, किसान सम्मान निधि, स्वास्थ्य सहित कई जरूरी प्रमाणपत्रों को बनवाने पहुंचे थे लेकिन उन्हें निराश होकर लौटना पड़ा।

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